लॉकडाउन 3 मई तक बड़ा ( मोदी का पूरा संबोधन)

modi full massage speech to India against corona
Modi massage to Indian Public About Lockdown

  • भारत में लॉकडाउन 3 मई तक बड़ा 

  • 20 अप्रैल के बाद कुछ छुट संभव

  • कल सरकार गाइड-लाइन जारी कर बताएगी किसे कितनी छुट  

  • 8 राज्य पहले ही बढ़ा चुके है लॉक-डाउन

आइये मोदी का पूरा भाषण आपको सह-शब्द सुनाते है....


             नमस्ते मेरे प्यारे देशवासियों , कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई बहुत मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है. आप सभी देशवासियों की तपस्या आपके त्याग की वजह से भारत अब तक होने वाले नुकसान को काफी हद तक टालने में सफल रहा है. आप लोगों ने कष्ट सहकर भी अपने देश को बचाया है, हमारे इस भारतवर्ष को बचाया है, मैं जानता हूं,आपको कितनी दिक्कतें आई है, किसी को खाने की परेशानी, किसी को आने जाने की परेशानी ,कोई घर परिवार से दूर है, लेकिन आप देश के खातिर एक अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य निभा रहे हैं.
मैं आप सबको आदर पूर्वक नमन करता हूं. हमारे संविधान में जिस वी द पीपल ऑफ इंडिया वी द पीपल ऑफ इंडिया की शक्ति की बात कही गई है ,यही तो है वो. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी की जयंती पर हम भारत के लोगों की तरफ से अपनी सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन यह संकल्प बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि है. बाबा साहब का जीवन हमें हर चुनौती को अपने संकल्प शक्ति और परिश्रम के बलबूते पर पार करने की निरंतर प्रेरणा देता है.
मैं सभी देश वासियों की तरफ से बाबा साहब को नमन करता हूं. साथियों यह देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग मैं  अलग अलग त्योहारों का भी समय है, और वैसे भी भारत तो उत्सवों से भरा रहता है उत्सवों से हरा रहता है, उत्सवों के बीच खिलखिलाते रहता है, वैशाखी ,पोहेला ,बैसाख, पुथान्दू , बोहागवियु , बिसु के साथ अनेक राज्यों में नए वर्ष की शुरुआत हुई है.
          लॉक डाउन के इन बंधनों के बीच में देश के लोग  जिस तरह नियमों का पालन कर कर रहे हैं, जितने संयम से अपने घरों में रहकर त्योहार बड़ी सादगी पूर्ण  तरीके से बना रहे हैं,  यह सारी बातें  भौतिक प्रेरक है बहुत ही प्रशंसनीय है. मैं नए वर्ष पर  आपके आपके परिवार जन के उत्तम स्वास्थ्य की  मंगल कामना करता हूं.  साथियों आज  पूरे विश्व में  कोरोना वैश्विक महामारी की जो स्थिति है. हम सब उस से भली-भांति परिचित है. अन्य देशों के मुकाबले  भारत ने  कैसे अपने यहां संक्रमण को रोकने के  प्रयास किए.  आप  इसके सह भाग्य भी रहे हैं, और  साक्षी भी  जब हमारे यहां कोरोना एक भी केस नहीं था, उससे पहले ही भारत में कोरोना प्रभावित देशों से आने वाली यात्रियों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी, कोरोना के मरीज 100 तक पहुंचे उससे पहले भारत में विदेश से आए हर यात्री के लिए 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया था. अनेक जगहों पर  मॉल हो थिएटर हो क्लब हो जिम हो बंद किए जा चुके थे.

         साथियों जब हमारे यहां कोरोना के सिर्फ 550 केस थे तभी भारत में 21 दिन के संपूर्ण  लॉक डाउन का एक बहुत बड़ा कदम उठा लिया था. भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया बल्कि  जैसे ही समस्या दिखे उसे तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का भरसक प्रयास किया, साथियों वैसे यह कैसा संकट है ,जिसमें किसी भी देश के साथ तुलना करना उचित नहीं है, लेकिन फिर भी कुछ सच्चाई हो हम नकार नहीं सकते ,यह भी एक सच्चाई है अगर दुनिया के बड़े-बड़े सामर्थ 1 देशों में पूर्णा से जुड़े आंकड़े देखें तो उनकी तुलना में आज भारत बहुत संभली भी स्थिति में है. महीना देड महीना पहले कई देश कोरना संक्रमण के मामले में एक प्रकार से भारत के बराबर खड़े थे. आज उन देशों में भारत की तुलना में कोरोना के केस 25 से 30 गुना ज्यादा बढ़ गए हैं. उन देशों में हजारों लोगों की दुखद मृत्यु हो चुकी है. भारत ने हॉलिस्टिक अप्रोच ना अपनायी होती इंटीग्रेटेड अप्रोच ना अपनाही होती समय पर तेज फैसले न लिया होता तो  भारत की स्थिति क्या होती, इसकी कल्पना करते ही रोए खड़ी हो जाती है.

       लेकिन बीते दिनों के अनुभवों से यह साफ है कि हमने जो रास्ता चुना है, आज की स्थिति में वही हमारे लिए सही है, सोशियल डिस्टेंसिंग और लोग डाउन का बहुत बड़ा लाभ देश को मिला है. अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो यह महंगा जरूर लगता है, बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है, लेकिन भारत वासियों की जिंदगी के आगे इसकी कोई तुलना नहीं हो सकती, सीमित संसाधनों के बीच भारत जिस मार्ग पर चला है उस मार्ग की चर्चाआज दुनिया भर में होना बहुत स्वाभाविक है. देश की राज्य सरकारों ने भी स्थानीय स्वराज्य संस्थानों की इकाइयों ने भी इसमें बहुत जिम्मेदारी के साथ काम किया है. चौबीसों घंटे हर किसी ने अपना जिम्मा संभालने के लिए प्रयास किया है. और हालत को संभाला भी है लेकिन साथियों इन सब प्रयासों के बीच कोरोना जिस तरह फैल रहा है उसने विश्वभर में हेल्थ एक्सपर्ट को और सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया है. भारत में भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब आगे कैसे बढ़े हम विजय कैसे हो, हमारे यहां नुकसान कम से कम कैसे हो, लोगों की दिक्कतें कम कैसे करें, इन बातों को लेकर राज्यों के साथ निरंतर चर्चा की है. और इन सभी चर्चाओं में से एक बात उभरकर आती है. हर किसी का यही सुझाव आता है, नागरिकों की तरफ से भी सुझाव आता है, की लॉक डाउन को बढ़ाया जाए.

          कई राज्य तो पहले से ही लोग डाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके हैं. साथियों सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए यह तय किया गया है, भारत में लोक डाउन को 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा. यानी 3 मई तक हम सभी को हर देशवासी को लॉक डाउन में ही रहना होगा. इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है जैसे हम करते आ रहे हैं. मेरी सभी देशवासियों से यह प्रार्थना है कि अब कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्र में फैलने नहीं देना है. स्थानीय स्तर पर अब एक भी मरीज बढ़ता है, तो यह हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए. कहीं पर भी कोरोना से एक भी मरीज की दुखद मृत्यु होती है, तो हमारी चिंता और बढ़नी चाहिए और इसीलिए हमें हॉटस्पॉट को इंगित करके पहले से भी ज्यादा बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी ही होगी. जिन स्थानों हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका है, उस पर भी हमें कड़ी नजर रखनी होगी कठोर कदम उठाने होंगे नए हॉटस्पॉट का बनना हमारे परिश्रम और हमारी तपस्या को और चुनौती देगा नई संकट पैदा करेगा. इसलिए अगले 1 सप्ताह में करुणा के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बड़े जाएगी.

      20 अप्रैल तक हर कस्बे हर थाने और जिले राज्य को बड़ी बारीकी से परखा जाएगा. वह लॉक डाउन का कितना पालन हो रहा है उस क्षेत्र  ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है ,इसका मूल्यांकन लगातार किया जाएगा. जो क्षेत्र इस अग्नि परीक्षा में सफल होंगे. जो अपने यहां हॉटस्पॉट नहीं बढ़ने देंगे और जिनके हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका अभी कम होगी ,वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति छूट छाट दी जा सकती है. लेकिन यह अनुमति स-शर्त रहोगी. बाहर निकलने के नियम बहुत सख्त होंगे. लोग डाउन के नियम अगर टूटते हैं और कोरोना का पैर हमारे इलाके में पड़ता है, तो सारी अनुमति तुरंत वापस ले ली जाएगी और इसीलिए ना खुद लापरवाही करनी है और ना किसी और को लापरवाही करने देना है.

           मेरे देशवासियों कल इस बारे में सरकार की तरफ से कल एक विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी. साथियों 20 अप्रैल से चिन्हित क्षेत्रों में इस सीमित छूट का प्रावधान हमारे गरीब भाई-बहनों के आजीविका को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जो रोज कमाते हैं रोज की कमाई से अपनी जरूरतें पूरी करते हैं. वही मेरा एक वृद्ध परिवार है. मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में एक इनके जीवन में आई मुश्किल को कम करना है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से सरकार ने उनकी मदद करने का हर संभव प्रयास किया है. अब नई गाइडलाइंस बनाते समय भी उनके हितों का पूरा ध्यान रखा गया है, इस समय रवि फसल की कटाई का काम भी जा रही है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर प्रयास कर रही है किसानों को कम से कम दिक्कत हो.

             साथियों देश में दवा से लेकर के राशन तक पर्याप्त भंडार हैं सप्लाई चैन की बाधाएं लगातार दूर की जा रही है. हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं जहां जान देश में सिर्फ एक लैब थी वहीं अब 220 से ज्यादा लैब टेस्टिंग का काम कर रही है. विश्व का अनुभव यह कहता है कोरोना के 10000 मरीज होने पर 1500 से 1600  बेड की की जरूरत होती है भारत में आज हम एक लाख से अधिक बेड की व्यवस्था कर चुके है. इतना ही नहीं 600 से भी अधिक ऐसे अस्पताल हैं जो सिर्फ कोविड-19 के लिए काम कर रहे हैं.

             इन सुविधाओं को और तेजी से बढ़ाया जा रहा है साथियों आज भारत के पास भले ही सीमित संसाधनों हो लेकिन मेरा भारत के युवा वैज्ञानिकों से विशेष आग्रह है कि विश्व कल्याण के लिए मानव कल्याण के लिए मेरे नौजवान साथियों आप आगे आए , कोरोना की वैक्सीन बनाने का मेरे देश के नौजवान मेरे देश के वैज्ञानिक बीड़ा उठाएं , साथियों हम धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे, तो करोना जैसी महामारी को भी परास्त करके ही रहेंगे.


  इसी विश्वास के साथ मेरी बात समाप्त करने से पहले मैं आपका साथ मांग रहा हूं 7 बातों में आपका साथ मांगता हूँ.

1. पहली बात में अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें. विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें  पुरानी बीमारी हो उनकी हमें 2  एक्स्ट्रा केयर करनी है उन्हें कोरोना से बहुत बचा कर रखना है.

2. दूसरी बात लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें. घर में बने फेस कवर या मास्क का और वह भी घर में बने हुए उनका अनिवार्य रूप से उपयोग करें.

3. तीसरी बात अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा जो निर्देश दिए गए हैं उसका अगर हम पालन करें ,गर्म पानी है, काढ़ा ,है इनका नियंत्रण सेवन करें.

4. चौथी बात पुराना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्यसेतु मोबाइल ऐप जरूर डाउनलोड करें. दूसरों को भी इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें.


आरोग्य सेतु एप की अधिक जानकारी के लिए इस पर क्लीक करें 

5. पांचवी बात जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें, उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें.

6. छठी बात आप अपने व्यवसाय अपने उद्योग में अपने साथ काम करने वाले लोगों के प्रति संवेदना रखें ,किसी को नौकरी से ना निकाले.

7. सातवीं बात देश के कर्णधार हमारे डॉक्टर नर्सेस सफाई कर्मी पुलिसकर्मी ऐसे सभी लोगों का हम सम्मान करें आदर पूर्वक उनका गौरव करें.
साथियों इन 7 बातों में आपका साथ यह सप्तपदी विजय प्राप्त करने का मार्ग है. विजय होने हमारे लिए निष्ठा पूर्वक करने वाला काम है. पूरी निष्ठा के साथ 3 मई तक लोक डाउन के  नियमों का पालन करें, जहां है वहां रहे ,सुरक्षित रहें , वयं राष्ट्रे जाग्रयाम हम सभी राष्ट्र को जीवंत और जागरूक बनाए रखेंगे. इसी कामना के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं. आपको आपके परिवार को उत्तम स्वास्थ्य की मंगल कामनाएं करता हूं बहुत-बहुत धन्यवाद.

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